नई दिल्ली देश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। यह देश के अनेक भागों को कवर करता जा रहा है। मानसून गुजरात के कुछ हिस्सों महाराष्ट्र और तेलंगाना के कुछ और हिस्सों में आगे की ओर बढ़ गया है। मानसून की उत्तरी सीमा इस वक्त नवसारी, जलगांव, अकोला, पुसाद, रामागुंडम, सुकमा, मलकानगिरि, विजयनगरम और इस्लामपुर से होकर गुजर रही है। मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकू अगले 48 घंटों में मानसून तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ सकता है। इसके लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम और पड़ोस पर स्थित है।
बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों तक तेज दक्षिण- पश्चिमी/दक्षिणी हवाएं चल रही हैं। आईएमडी के मुताबिक इसके कारण अगले 7 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उपहिमालयी पश्चिम और सिक्किम में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। दिल्ली और पंजाब में वर्षा की संभावना आईएमडी के मुताबिक अगले 3 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कर्नाटक, तेलंगा केरल और माहे, लक्षद्वीप में गरज, बिजली और तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट से लेकर काफी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश और यनम, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आईएमडी के मुताबिक अगले 5 दिनों के दौरान उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू संभाग, पूर्वी मध्य प्रदेश, राजस्थान और ओडिशा के कुछ इलाकों में लू चलने की संभावना है। यूपी-बिहार रहेगा लू का प्रकोप 11 से 14 जून के दौरान पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड के गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति और 15 जून को छिटपुट लू की स्थिति रहने की संभावना है। 12 से 15 जून के दौरान यूपी के कुछ हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति रहने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
मराठवाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पूर्वो असम के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक द्रोणिका उत्तर-पश्चिम बिहार से उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और दक्षिण असम से होते हुए नगालैंड तक फैली हुई है। यह कतरनी क्षेत्र समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर ऊपर लगभग 18 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर बना हुआ है। पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश हुई। कोंकण और गोवा, दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, केरल, लक्षद्वीप, दक्षिण मध्यप्रदेश और पूर्वी गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश हुई। आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और झारखंड में हल्की बारिश हुई। पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति बनी। पूर्वी उत्तरप्रदेश, दक्षिण बिहार और झारखंड और दिल्ली में 1 या 2 स्थानों पर लू की स्थिति बनी। आज के मौसम की संभावित गतिविधि: स्काईमेट वेदर के अनुसार आज बुधवार को दक्षिण कोंकण गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, सिक्किम और पश्चिमी असम के कुछ हिस्सों में ह से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। विदर्भ, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और दक्षिणी गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।