इंदौर । के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के खजराना के बूथ की काउंटिंग का मामला संकट में पड़ गया है। कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल ने कांग्रेस के नेताओं के साथ जाकर इस स्थिति पर आपत्ति ली है। बताया जा रहा है कि सारी गड़बड़ी मतदान की चूक के कारण हुई है। इससे 872 लोगों के वोट पर सवालिया निशान लग गया है। खबरों के अनुसार, 17 नवंबर को मतदान के दिन सबसे पहले मतदान केंद्र पर ईवीएम मशीन पर माक पोल के तहत वोट डाले गए थे।
इसके बाद में पीठासीन अधिकारी की यह जिम्मेदारी थी कि वह माक पोल के वोट को हटा दे और फिर मतदान कराए। खजराना स्थित मतदान केंद्र क्रमांक 121 के पीठासीन अधिकारी के द्वारा अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया गया। उन्होंने माक पोल के वोट के ऊपर ही मतदान करा दिया। इस बात का खुलासा तो मतदान के दिन ही देर शाम को हो गया था लेकिन पूरा मामला दबा दिया गया था। मिजोरम में मतगणना 4 दिसंबर को, अभी जब जिला निर्वाचन कार्यालय के द्वारा हर प्रत्याशी को उसके विधानसभा क्षेत्र के कौन से बूथ की ईवीएम मशीन की गणना कौन से राउंड में होगी इसकी जानकारी दी गई।
पता चला कि इस बूथ की ईवीएम मशीन के वोट मतगणना में नहीं रखे गए गए हैं। इस मामले पर कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल, कांग्रेस नेता पंकज संघवी, रघु परमार अमन बजाज और इंदौर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा जिला निर्वाचन अधिकारी इलैया राजा से मिले। इन लोगों ने इस बात पर आपत्ति ली है कि इस बूथ की गणना क्यों नहीं कराई जा रही है? इस मामले में कलेक्टर इलैया राजा ने कहा कि यह सही है कि इस बूथ पर गलती हो गई थी। जब सभी बूथ की मतगणना हो जाएगी तो फिर यह देखा जाएगा कि दोनों प्रत्याशियों के बीच में कितना जीत हार का अंतर है। यदि यह अंतर इस मतदान केंद्र पर डाले वोटो से कम होगा तो इस मतदान केंद्र के वोटों की गणना वीवीपेट मशीन से कराई जाएगी। ही कार्य किया जाएगा। यदि अंतर ज्यादा होगा तो गणना नहीं कराई जाएगी। इलेक्शन कमीशन के द्वारा बनाए गए इस नियम के तहत ही कार्य किया जाएगा।