भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के बीच छतरपुर जिले की राजनगर सीट पर कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या के बाद राजनीति गरमा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शनिवार 18 नवंबर को मृतक सलमान के घर खजुराहो पहुंचे. यहां उन्होंने परिवारजनों को ढांढस बंधाया. उन्होंने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. इसके बाद थाने पहुंचकर धरना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती, यहां से नहीं हटूंगा.
हालांकि छतरपुर एसपी के आश्वासन के बाद दिग्विजय सिंह का धरना खत्म हो गया है. उन्होंने कार्रवाई न होने पर बड़े आंदोलन की बात कही है. दिग्विजय के साथ उनकी पत्नी अमृता, छतरपुर कांग्रेस प्रत्याशी आलोक चतुर्वेदी, महाराजपुर कांग्रेस प्रत्याशी नीरज दीक्षित और राजनगर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा समेत कांग्रेस छतरपुर जिले के कांग्रेस अध्यक्ष एवं अनेक पदाधिकारी, कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने टेंट लगाया था. रात में दिग्विजय सिंह समर्थकों के साथ थाने के सामने ही बिस्तर लगाकर सो गए. इससे पहले उन्होंने कहा कि मैं अपने कार्यकर्ता को न्याय दिलाकर रहूंगा. मैं उनके परिवार के साथ हर समय हूं. क्या है पूरा मामला? राजनगर सीट से कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा के साथी सलमान खान की वोटिंग वाले दिन (17 नवंबर) को गाड़ी से कुचल कर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद पुलिस ने भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया समेत 20 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था. फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर इंसाफ नहीं मिलता है तो पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं को यहां बुलाना पड़ेगा. थाने पर धरना दे रहे दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे मृतक के घर पर बैठे-बैठे 5 घंटे हो गए. जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो मजबूरी में मुझे थाने के सामने आकर बैठना पड़ा. परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग उन्होंने कहा कि अगर गिरफ्तारी नहीं होती है तो मुझे मजबूरन प्रदेश के कार्यकर्ताओं को यहां बुलाना पड़ेगा. दिग्विजय सिंह ने कहा, 'कोई और होता तो मकान गिरा दिए जाते.' इससे पहले दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिन पर हत्या की एफआईआर दर्ज हुई है, उनको अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? कोई और होता तो अब तक उनके मकान गिरा दिए जाते. मैं पीड़ित परिवार के साथ कल भी था, आज भी हूं और आगे भी रहूंगा. इसमें सबसे पहले गिरफ्तारी की जाए और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. दिग्विजय सिंह ने मृतक के परिवार को गोद लेने की भी बात कही. बीजेपी ने बताया 'चुनाव प्रभावित करने की साजिश' खजुराहो थाना प्रभारी संदीप खरे का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. कोई भी आरोपी ना घर पर है, ना उनके दूसरे ठिकाने पर है. पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी है. भोपाल में वीडी शर्मा ने कहा कि यह चुनाव को प्रभावित करने की साजिश है. उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर झड़प हुई थी. खुद कमलनाथ कह रहे हैं कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. उसके बाद भी भाजपा प्रत्याशी के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई. मतदान के 2 घंटे बचे थे. यह केवल चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया. हमने चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन से शिकायत की है.