नीमच। नीमच जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम धनेरियाकला के किसान दिनेश पिता नन्दलाल अहीर ने स्प्रिंकलर से सिंचाई कर, लहसुन के उत्पादन से, 8 लाख 80 हजार रूपये का मुनाफा कमाकर, खेती को लाभ का धन्धा बना दिया है।
दिनेश को स्प्रिंकर, सिंचाई से पानी की पर्याप्त बचत भी हुई है। नीमच जिले के ग्राम धनेरियाकला के किसान दिनेश पिता नन्दलाल अहीर हमेशा से पारम्परिक खेती जैसे गेहूं, चना आदि फसल की खेती करते थे, जो घाटे का सौदा साबित हो रही थी।
अब उनका खेती को लाभ का धंधा बनाने का प्रयास सफल रहा। किसान दिनेश ने उन्नत तरीके अपनाकर खेती को लाभ का सौदा बनाने की ठानी और वर्ष 2019-20 में उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से सर्म्पक कर, दक्षिण भारत में लगने वाली उंटी लहसुन की फसल के बारे में जानकारी ली और वहीं से 10 क्विंटल लहसुन बीज लाकर बोया, जो 4 माह में पककर तैयार हुआ।
उन्होने उद्यानिकी विभाग की प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनान्तर्गत मिनी स्प्रिंकलर के लिए आवेदन किया। तद्पश्चात कृषक अंश की राशि 75 हजार 909 रूपये जमाकर एक लाख 43 हजार 346 रूपये का स्प्रिंकलर संयंत्र 1.500 हेक्टेयर भूमि में स्थापित किया। जिससे एक हेक्टेयर भूमि में लहसुन फसल के लिए उपयोग कर पानी बचत एवं सिंचाई, लगने वाले मजदूर तथा लहसुन फसल में लागत किट की भी रोकथाम हुई।
लहसुन अच्छी क्वालिटी एवं बडे आकार का होकर अधिक मात्रा में उत्पादित हुआ। लहसुन फसल के लिए 8 क्विंटल बीज 1.68 लाख रूपये, मिनी स्प्रिंकलर का कृषक अंश 75909 रूपये, मजदूरी 47 हजार रूपये, खाद व दवाई खर्च 35 हजार रूपये सहित अन्य खर्च 10 हजार रूपये इस प्रकार कुल लागत 3 लाख 35 हजार 909 खर्च हुए।
उत्पादित लगभग 128 क्विंटल लहसुन नीमच मण्डी में 9 हजार 500 रूपये क्विंटल के भाव से विक्रय कर कुल आमदनी 12 लाख 16 हजार रूपये प्राप्त हुए। लागत निकाल कर शुद्ध मुनाफा 8 लाख 80 हजार रूपये प्राप्त हुआ। किसान दिनेश अन्य कृषकों को भी उन्नत तरीके से खेती करने एवं ड्रिप स्प्रिंकलर संयत्र स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित कर रहे है।
आज धनेरियाकला गॉव लहसुन की खेती के कारण समृद्धि की ओर अग्रसर हो रहा है।