नीमच। नीमच जिले के विकासखंड जावद के ग्राम तुंबा निवासी विनोद धाकड़ प्रगतिशील कृषक है। उन्होंने जिले में सर्वप्रथम स्ट्रॉबेरी की खेती की थी।
विनोद हमेशा नवाचार करने के लिए तत्पर रहते है। इसी क्रम में उन्होंने बागवानी फसलों की और अपना रुख किया। बागवानी फसलें एक बार लगाने के बाद एक नियमित आय किसान को देती रहती है। जिले में संतरा, अमरुद, पपीता जैसी बागवानी फसलें तो पहले से होती आ रही है, लेकिन विनोद ने परंपरागत बागवानी से हटकर कुछ नया करने का सोचा और बाजार की मांग, भाव और आपूर्ति को देखते हुए सीताफल का बगीचा लगाने का निर्णय लिया।
सीताफल की किस्म सुपर गोल्डन के पौधे उन्होंने महाराष्ट्र से ख़रीदे और अपने यहाँ 400 पौधे वर्ष 2016 में लगभग 0.80 हेक्टेयर में लगाए। 3 वर्ष पश्चात पौधों में फल आना आरम्भ हुआ, जिसको उनके द्वारा हटा दिया गया, ताकि पौधों की बढ़वार अच्छी हो सके। अच्छे प्रबंधन से उन्हें अगले साल बहुत अच्छी फसल मिली जो उनके खेत से सीधे ही 110 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर खरीद ली गई।
वर्ष 2021 में उनके द्वारा 70 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर 50 क्विंटल फल बेचा, जिससे उन्हें 4 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई। किसान विनोद धाकड़ का कहना है, कि बागवानी फसलें किसान की आय को बढ़ाने में सहायक है। इसलिए कुछ रकबा फलोद्यान के लिए अवश्य रखना चाहिए।