नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस संक्रमण के 36,083 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,21,92,576 हो गई है तथा 493 और संक्रमितों की मौत हो जाने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 4,31,225 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। रविवार सुबह 8 बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन मामलों की संख्या कम होकर 3,85,336 हो गई है और यह संक्रमण के कुल मामलों का 1.20 प्रतिशत है। लोगों के संक्रमित होने के बाद ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.46 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 2,337 मामलों की कमी आई है।
मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को 19,23,863 नमूनों की जांच की गई और इसी के साथ देश में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक कुल 49,36,24,440 नमूनों की जांच की जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दैनिक संक्रमण दर 1.88 प्रतिशत है, जो पिछले 20 दिन से तीन प्रतिशत से नीचे है। साप्ताहिक संक्रमण दर दो प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,13,76,015 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है।
देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत रविवार सुबह तक कोविड-19 रोधी टीके की 54.38 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जिन 478 मरीजों की मौत हुई है, उनमें से 158 की मौत महाराष्ट्र में और 114 की केरल में हुई है। अब तक इस महामारी से 4,30,732 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,34, 730 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 36,933 की कर्नाटक में, 34,462 की तमिलनाडु में, 25,068 की दिल्ली में, 22,782 की उत्तर प्रदेश में, 18,394 की केरल में और 18,276 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जिन 493 मरीजों की मौत हुई है उनमें से 179 की मौत महाराष्ट्र में और 105 की केरल में हुई है। अब तक इस महामारी से 4,31,225 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,34,909 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 36,958 की कर्नाटक में, 34,496 की तमिलनाडु में, 25,069 की दिल्ली में, 22,783 की उत्तर प्रदेश में, 18,499 की केरल में और 18,291 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का मिलान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ किया जा रहा है।